piyush kaviraj

feelings and musings…


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किताब पढ़ने का सुख


#किताब के पीले पन्ने पलटने का सुख;

बिस्तर पर लेटकर,

पढ़ते हुए नाक में आती खुशबू;

और पढ़ते पढ़ते सो जाना,

चश्मा लगाकर ही।

पिताजी किसी समय रात को

दोनों टेबल पर रख देते।

कहाँ वो सुख पीडीएफ़ में,

कहाँ वो मज़ा #किन्डल में!

worldBook Day